झारखंड की राजधानी रांची में पिछले मंगलवार को एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। अलमनार एजुकेशनल फाउंडेशन की ओर से आयोजित इस परिचर्चा का विषय था, ‘वर्तमान समय में शिक्षा: समस्याएं और हमारा कर्त्तव्य’। परिचर्चा को इस्लामी एकैडमी, जमाअते इस्लामी हिन्द के चेयरमैन डॉ. हसन रजा, मरकजी तालीमी बोर्ड, जमाअते इस्ली हिन्द के सेक्रेटरी सैयद तनवीर अहमद और जमाअते इस्लामी हिन्द, झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष अबरार अहमद समेत कई लोगों ने संबोधित किया। परिचर्चा के दौरान वक्ताओं ने नैतिकता और मूल्यों पर आधारित शिक्षा पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा का एकमात्र उद्दश्य नौकरीपेशा नस्ल पैदा करना हरगिज नहीं होना चाहिए। परिचर्चा में कई स्कूलों के पदाधिकारी, प्रिंसिपल और शिक्षक मौजूद थे। इस अवसर पर आएटा के नये साल के कैलेंडर का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर बिहार लोक संवाद डॉट नेट ने सैयद तनवीर अहमद से कई बिन्दुओं पर बातचीत की। तनवीर अहमद ने कहा कि कोविड के दौरान हजारों प्राइवेट स्कूल इस लिए बंद हो गए क्योंकि वे समुदाय से कनेक्ट नहीं थे।